Monday, February 12, 2024

युद्ध जारी है..

जंग अभी हारा नहीं हूं

इतना भी बेचारा नहीं हूं, 


घिर गया था मकड़ जाल में

अपने ही मायाजाल में, 


चक्रव्यूह वो बड़ा कठिन था

जिसके आगे बस पतन था, 


घिर चुका था लोभियों में

स्वार्थ की चुनौतियों में, 


दुश्मन हर कहीं थे भारी 

बस कभी हिम्मत ना हारी, 


शत्रु कोई असाध्य नहीं था 

साया भी पर साथ नहीं था, 


संकट कठिन घोर हरदम था 

पर मेरे राघव से कम था, 


माना कि मैं तैयार नहीं था 

संगी साथी यार नहीं था,


जो ना कटे ऐसा तरु ना होई 

बुरे समय सा गुरु ना कोई, 


कथा तब तक चलती है 

जब तक पूर्ण विराम है, 


पूर्ण विजय संकल्प है 

अंत जय श्री राम है 🙏

#PST 

collection of Shair TWEETS by me ...

1 - 
आज खुद को भुलाने को जी कर रहा है,
बेवजह रूठ जाने को जी कर रहा है,
तुम्हे वक़्त शायद मिले न मिले,
आज खुद को मनाने को जी कर रहा है।

2 -
मेरी आदत है उन्हें मनाने की,
उनको आदत है रूठ जाने की,
उनसे कह दो की खेल ये रोकें,
अब तो नौबत है जान जाने की।

3 -
टूटे हुए  सपनो और छूटे हुए अपनों ने मार दिया आशी,,
वरना ख़ुशी खुद हमसे मुस्कुराना सीखने आती थी।

4 -
मेरे शहर के मौसम को भी कुछ यूँ मेरी आदत है,
ज़रा सा दूर क्या होता हूँ वहां बारिश हो जाती है।

5 -
गुमशुदा थे बरसों से, आज नज़र आ रहे हैं,
कैसे कैसे लिबास में चले आ रहे हैं,
जो मेरे उदास चेहरे पर रो दिया करते थे,
आज मेरे मातम में मुस्कुरा रहे हैं।

6 -
जिनके आगे साया भी पराया लगता था,
उन्हें आज अजनबी भी कहूँ या न कहूँ।

7 -
नया घरोंदा मिला तो पुराना घर भूल गए,
मंजिल नयी मिली तो हमसफ़र भूल गए,
जो तुम्हारी नज़र उतारती थी हर कदम पर,
नज़ारा नया मिला तो ये नज़र भूल गए।

8 -
बहुत सोचा की आज तुमको याद न करूँ,
पर क्या करूँ सांस कमबख्त आ ही जाती है।

9 -
तुमको बहार समझ कर, जीना चाहता था उम्र भर,
भूल गया था की मौसम तो बदल जाते हैं।

10 -
मुझे और जन्म लेने होंगे जान जाने के बाद,
तुम्हारी आदत जाने में वक़्त तो लगेगा।

11 -
मैं तो बस एक रास्ता था उस के सफ़र का,
आगे दोराहा आ गया, इसमें उसका क्या कसूर. 

12 -
जब जागूं तो तेरा चेहरा हो, काश यूँ ही हर सबेरा हो,
पलक खुलें तो तेरी झलक मिले, पलक झुके तो ख्वाब तेरा हो।


Monday, February 6, 2023

गुनाहखाना

कहीं तो ठौर ठिकाना है इस जमाने में, 
लो फिर आ बैठा अपने गुनाहखाने में, 
चाह छांव की नहीं तलब धूप की है, 
एक साया ही सही कुछ तो हो वीराने में..

#PST 6/2/23

Tuesday, January 17, 2023

चारदीवारी

यह बंद चारदीवारी
मुझे चुप होने नहीं देती, 
यह बंद चारदीवारी 
बोर होने नहीं देती.. 

इनसे बातें कर लेता हूं 
पंखे संग घूम लेता हूं 
तकिया गले लगा लेता हूं 
यह मुझे सोने नहीं देती, 
यह बंद चारदीवारी 
बोर होने नहीं देती.. 

तकदीर हिला जाती है 
तो कहीं दीवार पर टंगी 
तस्वीर रुला जाती है, 
बत्ती बंद कर लेता हूं 
यह मुझे रोने नहीं देती, 
यह बंद चारदीवारी 
बोर होने नहीं देती..

#PST 

Tuesday, June 9, 2020

लॉक डाउन तुम कहां गए

जाने अब कब फिर गाऊंगा,
फिर कब किचन में जाऊंगा,
वैसे तो दोस्त मिलेंगे रोज,
पर अब कब जूम कर पाऊंगा..
हे लॉक डाउन तुम कहां गए,
खुशियां फैलाओगे जहां गए..

मकान बहुत महंगा था मेरा,
पर कीमत तुमने बतलाई,
परिवार बहुत बड़ा था मेरा,
अहमियत तुमने सिखलाई,
लौट आओ कोई कुछ नहीं कहेगा,
ये बिन बोले तुम कहाँ गए,
हे लॉक डाउन तुम कहां गए

अंधी सड़क में दौड़ लगाता,
बिना काम के आता जाता,
पैसे के पीछे मैं पागल,
पेट्रोल से ज्यादा खून जलाता,
तुम देवदूत बन कर आए,
#PST को ग्यान दिला गए,
हे लॉक डाउन तुम कहां गए..

Monday, May 4, 2020

चाँद आज भी खूबसूरत है..

लो दिन ढला लो बात नई,

फिर अंधेरी रात नई,

रातों की अलग कहानी है,

जो ना सुननी सुनानी है,

तारे भी मिचियाते से,

चंदा से बतियाते से,

सूरज से नाराज़ थे,

कुछ उनके अपने राज़ थे,

दिन सतरंगी माया है,

रात काली छाया है,

सब एक रंग सब एक ढंग,

सपनों की अलग रोज जंग,

चांद शीतल सी थाली है,

इससे रात तक निराली है,

अब जाने की बेला में,

समय की रेला पेला में,

एक खयाल टिमटिमा के आता है,

जो नज़र नज़र को भाता है,

कि सूकून के पल की ज़रूरत है,

चांद आज भी खूबसूरत है..

#PST

Friday, December 13, 2019

छल

कुछ लिखने से पहले 
चिंतन कर लेना चाहिए, 
कोई पढ़ के ना घबराए, 
संभल लेना चाहिए,, 
शब्द आईना होते हैं, 
भीतर के हालात के, 
सब सच ना निकले, 
थोड़ा छल लेना चाहिए..